फिरौती के लिए बच्चे की हत्या, नाबालिग पड़ोसी ने किया था अगवा
दिल्ली का बॉस कौन?, न LG की जीत हुई न CM की हार, सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी बेंच के पास भेजा केस
दिल्ली: नारायणा में पेपर कार्ड फैक्ट्री में लगी भीषण आग, दमकल की 29 गाड़ियां मौके पर मौजूद
वैलेंटाइन डे के मौके पर तेज हवाओं और बारिश से दिल्ली-NCR में बढ़ी ठंड, कई इलाकों में छाया घना अंधेरा
दिल्ली के जंतर-मंतर पर भाजपा के खिलाफ आप की महारैली, ममता के आने से पहले लगे पोस्टर
दिल्ली: करोल बाग के अर्पित होटल में लगी भीषण आग, शीशे तोड़कर निकाले गए लोग, 17 की मौत

देश की राजधानी में दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है. एक लाख की फिरौती के लिए सात साल के बच्चे को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई. घटना उत्तर-पश्चिम दिल्ली में टिकरी खुर्द गांव की है. मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर बच्चे का शव नरेला से बरामद कर लिया है. बच्चे के कपड़े पर लगे मिट्टी व घास के निशान बता रहे थे कि हत्या से पहले बच्चे ने बचने की काफी कोशिश की.
रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों आरोपी नाबालिग हैं और पड़ोस में रहते थे. आरोपी बच्चे की हत्या कर उसके परिजनों से एक लाख की फिरौती मांग रहे थे. पुलिस के अनुसार आरोपियों की पहचान रोहित और माधव के रूप में हुई है. सात वर्षीय सूरज घरवालों के साथ अलीपुर इलाके में रहता था. उसके पिता विशम्भर पेशे से नाई हैं. बीती 5 अगस्त को घरवालों ने अलीपुर थाने में सूरज के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई. सूरज के पिता के पास अगवा करने वालों का फोन आया और उन्होंने एक लाख रुपये की फिरौती मांगी. साथ ही उन्होंने धमकी दी कि रुपये नहीं मिलने पर बच्चे की हत्या कर देंगे. अगवा करने वालों ने सूरज के पिता से करीब सात बार बात की.
अगवा करने वालों ने आठ अगस्त को बच्चे के पिता को अलीपुर स्थित एक फार्म हाउस के पास रुपये रखने के लिए कहा. इस दौरान पुलिस ने वहां घेराबंदी कर आरोपियों को वहां पहुंचते ही दबोच लिया. पूछताछ में रोहित ने बताया कि पांच अगस्त की शाम वह सूरज के पास गया और उसे बहला-फुसला कर साथ चलने के लिए कहा. सूरज उसके साथ चलने को राजी हो गया. रोहित और माधव उसे लेकर नरेला इंडस्ट्रीयल इलाके के एक मकान में ले आया. देर रात बच्चा शोर मचाने लगा. पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने रस्सी से बच्चा का गला घोंट दिया और शव को उसी मकान में छोड़ दिया था. राजनीश गुप्ता, डीसीपी (रोहिणी) ने बताया कि जांच दल ने देखा कि रविवार से दो लड़के घर से गायब थे. गुप्ता ने कहा कि उनमें से कोई भी मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं करता था, इस पर दोनों की पुलिस ने तलाश शुरू कर दी. उनमें से एक इलाके में देखा गया था तो पुलिस ने उससे पूछताछ की.